शारीरिक लचीलापन बढ़ाने के लिए योग एक अत्यंत प्रभावी और संतुलित तरीका
शारीरिक लचीलापन बढ़ाने के लिए योग एक अत्यंत प्रभावी और संतुलित तरीका
शारीरिक लचीलापन
#शारीरिक लचीलापन बढ़ाने के लिए योग एक अत्यंत प्रभावी और संतुलित तरीका है। योग न केवल शरीर को लचीला बनाता है, बल्कि मानसिक और भावनात्मक संतुलन भी प्रदान करता है। शारीरिक लचीलापन बढ़ाने के लिए कुछ प्रमुख योगासन निम्नलिखित हैं:
सूर्य नमस्कार (Surya Namaskar)
यह एक संपूर्ण शरीर की व्यायाम श्रृंखला है जिसमें शरीर के विभिन्न अंगों की स्ट्रेचिंग और लचीलेपन
पर ध्यान केंद्रित किया जाता है। सूर्य नमस्कार में 12 मुद्राएँ होती हैं,
जो शरीर को गर्म कर देती हैं और शरीर की लचीलापन बढ़ाने में मदद करती हैं।
उत्तानासन (Uttanasana)
उत्तानासन एक Forward Fold पोज़ है जो रीढ़ की हड्डी, हैमस्ट्रिंग्स और काफ मसल्स को खींचता है।
यह लचीलापन बढ़ाने के लिए बहुत लाभकारी है और शरीर को शांत करता है
पैरों को साथ रखें और खड़े होकर सांस छोड़ते हुए शरीर को आगे झुका लें।
हाथों को फर्श पर रखें और सिर को घुटनों के पास लाने की कोशिश करें।
पश्चिमोत्तानासन (Paschimottanasana)
यह पोज़ रीढ़ की हड्डी, हैमस्ट्रिंग्स और पीठ के
निचले हिस्से को खींचता है और लचीलापन बढ़ाता है।
पैरों को सीधा रखकर बैठें और सांस छोड़ते हुए शरीर को आगे झुका कर पैरों के पंजों को पकड़ें।
यदि शुरुआत में पंजों तक नहीं पहुँच पा रहे हैं, तो घुटनों को हल्का मोड़ सकते हैं।
भुजंगासन (Bhujangasana)
यह आसन पीठ और पेट के मसल्स को मजबूत बनाता है
और रीढ़ की लचीलापन को बढ़ाता है।
पेट के बल लेटकर हथेलियों को कंधों के नीचे रखें।
धीरे-धीरे हाथों की सहायता से ऊपरी शरीर को ऊपर उठाएं, और सिर को पीछे की ओर झुका लें।
शारीरिक लचीलापन
उर्ध्व मुंड्रासन (Urdhva Mukha Svanasana)
यह आसन कंधों, पीठ और पैर के अंगों को लचीला बनाने में मदद करता है।
इसमें शरीर एक उल्टे “C” आकार में झुकता है।
पेट के बल लेटें, हथेलियाँ और पैरों के पंजे फर्श पर रखें।
सांस भरते हुए शरीर को ऊपर उठाएं और पीठ को धीरे-धीरे खींचें।
बालासन (Balasana)
यह एक आरामदायक पोज़ है, जो रीढ़ की हड्डी,
कूल्हों और घुटनों को आराम देता है और लचीलापन को बढ़ाता है।
घुटनों को मोड़कर बैठें और माथे को फर्श पर रखें।
हाथों को शरीर के पास या आगे की दिशा में फैलाकर रखें।
अर्धमत्स्येन्द्रासन (Ardha Matsyendrasana)
यह आसन रीढ़ की हड्डी और शरीर के निचले हिस्से को लचीला बनाता है।
यह शरीर के ट्विस्टिंग मूवमेंट को बढ़ावा देता है, जो लचीलापन में मदद करता है।
एक पैर को दूसरे के ऊपर मोड़ें और शरीर को उल्टा मोड़ते हुए हाथ को पीठ के पास रखें।
गहरी सांसें लें और शरीर को घुमाते हुए उस स्थिति में रुकें।