भारतीय महिला क्रिकेट टीम की स्टार बल्लेबाज स्मृति मंधाना ने एक बार फिर अपने शानदार प्रदर्शन से क्रिकेट प्रेमियों का दिल जीत लिया है। अपनी बेहतरीन बल्लेबाजी और आक्रामक खेल के दम पर वह अब अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट की “सेंचुरी और सिक्सर क्वीन” के नाम से जानी जा रही हैं। हाल ही में खेले गए वनडे मैच में उन्होंने धमाकेदार शतक लगाकर इतिहास रच दिया और भारतीय महिला क्रिकेट के रिकॉर्ड बुक में अपना नाम स्वर्ण अक्षरों में दर्ज करवा लिया।
🔹 मंधाना की यादगार पारी
स्मृति मंधाना ने जिस तरह से अपनी पारी को संभाला, वह किसी मास्टरक्लास से कम नहीं थी। शुरुआती ओवरों में उन्होंने धैर्य से खेलते हुए गेंदबाजों को परखा, और जैसे-जैसे पारी आगे बढ़ी, उनका बल्ला गरज उठा। उन्होंने शानदार चौकों और लंबे सिक्सरों से मैदान में आग लगा दी। उनके शतक में लगभग 14 चौके और 4 छक्के शामिल थे। यह पारी न केवल भारत को जीत दिलाने में अहम रही, बल्कि मंधाना की व्यक्तिगत उपलब्धियों में भी एक नया अध्याय जोड़ गई।
🔹 रिकॉर्ड्स की झड़ी
स्मृति मंधाना अब भारत की उन चुनिंदा महिला खिलाड़ियों में शामिल हो गई हैं जिनके नाम 10 से अधिक अंतरराष्ट्रीय शतक दर्ज हैं। इसके साथ ही, वह महिला क्रिकेट में सबसे ज़्यादा सिक्सर लगाने वाली भारतीय खिलाड़ी बन गई हैं। उनके नाम अब अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में 100 से ज़्यादा छक्के दर्ज हैं, जो उनके आक्रामक और आत्मविश्वासी खेल शैली को दर्शाता है।
🔹 बचपन से ही था क्रिकेट का जुनून
मंधाना का क्रिकेट सफर बेहद प्रेरणादायक रहा है। महाराष्ट्र के सांगली में जन्मी स्मृति बचपन से ही क्रिकेट की दीवानी थीं। उनके पिता और भाई खुद क्रिकेट खेला करते थे, जिससे उन्हें बचपन से ही इस खेल से लगाव हुआ। 9 साल की उम्र में ही उन्होंने बैट थाम लिया और 15 साल की उम्र में महाराष्ट्र की अंडर-19 टीम में चयनित हो गईं। उनकी मेहनत, लगन और आत्मविश्वास ने उन्हें अंतरराष्ट्रीय स्तर तक पहुंचाया।
🔹 अंतरराष्ट्रीय करियर की झलक
स्मृति मंधाना ने साल 2013 में भारत के लिए डेब्यू किया था। तब से उन्होंने हर फॉर्मेट में शानदार प्रदर्शन किया है — चाहे वह टेस्ट हो, वनडे या टी20। उनका स्ट्राइक रेट, तकनीक और टाइमिंग उन्हें बाकी खिलाड़ियों से अलग बनाती है। खासकर वनडे मैचों में उन्होंने कई बार भारत को मुश्किल परिस्थितियों से बाहर निकाला है।
टी20 क्रिकेट में भी मंधाना ने अपनी धाक जमाई है। उनकी पावर हिटिंग और फील्ड प्लेसमेंट की समझ ने उन्हें महिला क्रिकेट की सबसे खतरनाक बल्लेबाजों में शामिल कर दिया है।
🔹 सोशल मीडिया पर फैंस का प्यार
उनकी इस शतकीय पारी के बाद सोशल मीडिया पर बधाइयों की बाढ़ आ गई। फैंस ने उन्हें “सिक्सर क्वीन” और “लेडी विराट कोहली” के नाम से पुकारा। कई दिग्गज क्रिकेटर्स ने भी उनकी तारीफ करते हुए कहा कि मंधाना का खेल आज की महिला क्रिकेट को नई दिशा दे रहा है।
🔹 भारत की नई उम्मीद
स्मृति मंधाना केवल एक खिलाड़ी नहीं, बल्कि करोड़ों भारतीयों के लिए प्रेरणा हैं। उनकी उपलब्धियों ने यह साबित कर दिया है कि मेहनत, समर्पण और आत्मविश्वास से कोई भी मुकाम हासिल किया जा सकता है। आने वाले सालों में वह न केवल भारतीय टीम की रीढ़ रहेंगी, बल्कि अंतरराष्ट्रीय महिला क्रिकेट में भारत की पहचान भी बनेंगी।
🔹 निष्कर्ष
स्मृति मंधाना आज की तारीख में महिला क्रिकेट की सबसे बड़ी स्टार हैं। उन्होंने साबित कर दिया है कि अगर इरादा मजबूत हो, तो हर मैदान पर जीत संभव है। उनकी शतकीय पारी और सिक्सरों की बरसात ने उन्हें “अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट की सेंचुरी और सिक्सर क्वीन” बना दिया है — और आने वाले समय में यह ताज किसी और के सिर पर जाना मुश्किल दिखता है।






