बारिश में पेट खराब क्यों होता है?
बारिश के मौसम में नमी और गंदगी बढ़ जाती है, जिससे बैक्टीरिया, वायरस और फंगस तेजी से पनपते हैं। गंदा पानी, दूषित खाना, और खराब हाईजीन की वजह से पेट की समस्याएं जैसे दस्त, उल्टी, गैस और फूड प्वाइजनिंग आम हो जाती हैं। इसके अलावा बारिश में पीने का पानी भी संवेदनशील हो जाता है क्योंकि इसमें सीवेज या अन्य प्रदूषक मिल सकते हैं। खुले में रखा खाना भी जल्दी संक्रमित हो जाता है।
डॉक्टरों की सलाह
इस मौसम में डॉक्टर सलाह देते हैं कि खाने की हर चीज को अच्छी तरह धोकर और पकाकर ही खाएं। खाना खाने और टॉयलेट के बाद हाथ अच्छी तरह से धोने की आदत बनाएं। केवल उबला हुआ या फिल्टर्ड पानी ही पिएं। अगर पेट में कोई गड़बड़ी हो तो ORS, पर्याप्त पानी, और आराम करें। दस्त, उल्टी या बुखार दो दिन से ज्यादा रहे तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें।
बारिश में क्या खाना चाहिए?
- मूंग दाल और पुराना चावल: सुपाच्य और हल्का पेट के लिए।
- लौकी, परवल, तुरई: पानी से भरपूर व आसानी से पचने वाली सब्जियां।
- करेला, नीम: एंटीबायोटिक और डिटॉक्सिफाइंग गुणों से भरपूर।
- खीरा, टमाटर, चुकंदर: शरीर को हाइड्रेट रखने में मददगार।
- फ्रेंच बीन्स, कद्दू: फाइबर व एंटीऑक्सीडेंट प्रदान करते हैं।
- ताजे फल (सेब, केला, अनार): हल्के, एनर्जी देने वाले व सुपाच्य।
- तुलसी-अदरक का काढ़ा, हल्दी, त्रिकटु चूर्ण, सोंठ: रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने वाले।
- सत्तू (जौ या चना): शरीर को ठंडक और शक्ति देता है।
- थोड़ी मात्रा में शहद और घी: पाचन व ऊर्जा के लिए लाभकारी।
बरसात में क्या न खाएं?
- बाहर का खाना।
- अधपका या कच्चा खाना।
- खुले में रखा या दूषित खाना।
- बिना धोए कच्ची सब्जियां और सलाद।
बारिश में हेल्दी रहने के टिप्स
- सिर्फ उबला या फिल्टर किया हुआ पानी पिएं।
- खानपान का समय नियमित रखें।
- योग और प्राणायाम को अपनी दिनचर्या में शामिल करें।
- साफ-सफाई और हाइजीन का विशेष ध्यान रखें।
- शरीर में इलेक्ट्रोलाइट्स की कमी न होने दें।
- बीमार महसूस होने पर तुरंत डॉक्टर से सलाह लें।











