भारतीय ऑटोमोबाइल सेक्टर में हाल ही में ऑटो स्टॉक्स में 8% तक की बढ़त देखी गई, क्योंकि GST दर में संभावित कटौती की खबरें सामने आईं। अभी टू-व्हीलर पर 28% टैक्स लगता है, लेकिन एक्सपर्ट्स का मानना है कि इसे 18% किया जा सकता है। इससे Hero MotoCorp, Bajaj Auto, TVS Motor और Eicher Motors जैसी प्रमुख कंपनियों को बड़ा फायदा मिलने की संभावना है।
टू-व्हीलर और पैसेंजर व्हीकल्स पर असर
- टू-व्हीलर: अगर GST 18% कर दी गई, तो Hero MotoCorp, Bajaj, TVS और Eicher की बिक्री में बूस्ट आ सकता है. जानकार मानते हैं कि एंट्री-लेवल और प्रीमियम टू-व्हीलर के लिए अलग-अलग GST की संभावना कम है।
- पैसेंजर व्हीकल्स: फिलहाल छोटी कारों पर 29–31% तक टैक्स लगता है. ऐसे में Maruti Suzuki को सबसे ज्यादा फायदा हो सकता है. SUVs पर टैक्स 45–50% तक है, जिसमें कोई बदलाव की उम्मीद फिलहाल नहीं जताई गई है।
हाइब्रिड और इलेक्ट्रिक व्हीकल्स
हाइब्रिड व्हीकल्स पर ICE वाहनों जितना ही GST लगता है, जो इलेक्ट्रिक व्हीकल्स के 5% GST की तुलना में ज्यादा है.
यदि हाइब्रिड पर टैक्स घटता है तो Maruti जैसे ब्रांड को बड़ा फायदा मिल सकता है।
कमर्शियल व्हीकल्स
कमर्शियल व्हीकल्स (Ashok Leyland, Tata Motors, Eicher आदि) पर भी 28% टैक्स लगता है,
जिसे 18% पर लाने से इन कंपनियों की बिक्री और शेयर मार्केट प्रदर्शन दोनों बेहतर हो सकते हैं।
GST रेशनलाइजेशन क्यों जरूरी?
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के स्वतंत्रता दिवस संबोधन में GST के सरलीकरण और रेशनलाइजेशन
पर फोकस किया गया. सरकार 5% और 18% की दो-स्लैब GST सिस्टम लाकर ऑटो सेक्टर सहित पूरी
अर्थव्यवस्था में उपभोग बढ़ाने की योजना बना रही है. बीते कुछ साल में महंगाई और ब्याज दरों में
वृद्धि के कारण मांग घटी है; ऐसे में टैक्स कटौती से सेक्टर को बूस्ट मिल सकता है।
निष्कर्ष
GST दर में संभावित कटौती भारत के ऑटो सेक्टर के लिए बड़ा मौका बन सकती है,
जिससे वाहन सस्ते होंगे और कंपनियों की बिक्री बढ़ेगी. निवेशकों और ग्राहकों दोनों को
इस नीति बदलाव पर नज़र रखनी चाहिए क्योंकि इसका असर पूरी इंडस्ट्री पर दिख सकता है।






