प्रगतिशील वेटलिफ्टिंग (Periodization): अपने वेटलिफ्टिंग प्रोग्राम में समय-समय पर वेट और रिप्स में बदलाव करें ताकि शरीर में निरंतर विकास हो।
सही वर्कआउट विभाजन (Split Routine): अपनी वर्कआउट रूटीन को इस तरह विभाजित करें कि हर मसल्स ग्रुप को पर्याप्त आराम मिल सके
रोजाना सही मात्रा में प्रोटीन लें: मसल्स रिकवरी और विकास के लिए प्रति दिन शरीर के वजन के प्रति किलोग्राम 1.6-2.2 ग्राम प्रोटीन का सेवन करें।
वजन उठाने का क्रम समझें: पहले बड़े मसल्स ग्रुप्स (जैसे पैर और छाती) को टारगेट करें, फिर छोटे मसल्स ग्रुप्स (जैसे बाइसेप्स और ट्राइसेप्स) को।
रेस्ट पीरियड का ध्यान रखें: भारी वजन उठाने के बाद 2-3 मिनट का ब्रेक लें ताकि मसल्स पुनः ऊर्जावान हो सकें।