स्ट्रेंथ ट्रेनिंग प्रोग्राम अपनाएं: जैसे 5x5 या 3x5 प्रोग्राम, जिसमें आप कम रेप्स और भारी वजन उठाते हैं।
कंपाउंड एक्सरसाइज पर फोकस करें: स्क्वाट, डेडलिफ्ट, बेंच प्रेस, ओवरहेड प्रेस जैसी एक्सरसाइज से कई मसल्स ग्रुप्स एक साथ टारगेट होते हैं, जिससे ताकत तेजी से बढ़ती है।
प्रोग्रेसिव ओवरलोड: धीरे-धीरे वजन बढ़ाते रहें ताकि मसल्स पर सही तनाव बने और ताकत में वृद्धि हो।
वार्म-अप करें: वेटलिफ्टिंग से पहले वार्म-अप करें ताकि मसल्स तैयार हों और चोट का खतरा कम हो।
सही तकनीक सीखें: किसी भी एक्सरसाइज की सही फॉर्म और तकनीक सीखना बहुत जरूरी है ताकि आप चोट से बच सकें और मसल्स को सही तरीके से टारगेट कर सकें।