सकारात्मक मानसिकता रखें: वेटलिफ्टिंग में धैर्य और अनुशासन जरूरी है। धीरे-धीरे प्रगति करें और सकारात्मक रहें।
ट्रेनिंग में विविधता लाएं: शरीर को चैलेंज करने के लिए समय-समय पर एक्सरसाइज में बदलाव करें और नई तकनीकें अपनाएं।
कम रेप्स, हाई वेट: ताकत बढ़ाने के लिए भारी वजन और कम रेप्स (3-5 रेप्स) करें।
रिजिस्टेंस ट्रेनिंग के अन्य तरीके: वेटलिफ्टिंग के साथ-साथ बैंड्स और केबल्स का उपयोग भी मसल्स पर विभिन्न प्रकार के तनाव डालने के लिए करें।
नियमित तौर पर अपनी प्रगति ट्रैक करें: वेटलिफ्टिंग डायरी या ऐप का उपयोग करें ताकि आप देख सकें कि आप किस तरह से प्रगति कर रहे हैं और कब वजन बढ़ाने की जरूरत है।