अपने शरीर को सुनें: जब आप थके हुए हों, तो आराम करें। अपने शरीर की जरूरतों को पहचानें।
अपनी भावनाओं को स्वीकार करें: किसी भी नकारात्मक भावना को दबाने के बजाय उसे महसूस करें और उसे जाने दें।
वर्तमान में रहें: भूत या भविष्य की चिंता करने के बजाय, वर्तमान क्षण में ध्यान केंद्रित करें।