डायटरी फाइबर का सेवन करें: पाचन तंत्र को स्वस्थ रखने और फुलनेस महसूस कराने के लिए अपने आहार में फाइबर शामिल करें।
ट्रेनिंग वॉल्यूम और इंटेंसिटी को वैरिएट करें: लगातार एक ही प्रकार की ट्रेनिंग से बचें। समय-समय पर ट्रेनिंग वॉल्यूम और इंटेंसिटी में बदलाव करें।
हाई प्रोटीन मील्स: हर 3-4 घंटे में एक हाई प्रोटीन मील लें ताकि मसल्स प्रोटीन सिंथेसिस लगातार हो।
माइंड-मसल कनेक्शन: एक्सरसाइज करते समय मसल्स पर फोकस करें, जिससे मसल्स का कंस्ट्रक्शन और कसरत का प्रभाव अधिक होता है।
सप्लीमेंट्स का सही उपयोग: क्रिएटिन, प्री-वर्कआउट सप्लीमेंट्स, और फिश ऑयल जैसे सप्लीमेंट्स का सही मात्रा में सेवन करें।