एक ही प्लेटफॉर्म पर दो ट्रेनें,
गोरखपुर रेलवे स्टेशन पर भगदड़: एक ही प्लेटफॉर्म पर दो स्पेशल ट्रेनें पहुंचीं, 20 यात्री घायल, रेलवे की लापरवाही फिर बेनकाब
गोरखपुर, 4 दिसंबर 2025: गोरखपुर जंक्शन पर बुधवार देर रात उस समय हड़कंप मच गया जब प्लेटफॉर्म नंबर 7 पर एक साथ दो स्पेशल ट्रेनें लग गईं। दरभंगा-नई दिल्ली क्लोन स्पेशल (02569) और गोरखपुर-जम्मूतवी हमसफर स्पेशल (05301) रात करीब 11:40 से 11:50 के बीच एक ही प्लेटफॉर्म पर पहुंचीं। अनाउंसमेंट साफ न होने और डिजिटल बोर्ड पर देर से अपडेट होने से यात्रियों में कन्फ्यूजन हुआ। सैकड़ों यात्री एक साथ दौड़े, फुट ओवरब्रिज और सीढ़ियों पर भगदड़ मच गई। इस हादसे में करीब 20 यात्री घायल हो गए, जिनमें 5 महिलाएं, 3 बच्चे और 2 बुजुर्ग शामिल हैं। सभी को रेलवे अस्पताल में प्राथमिक उपचार दिया गया। यह घटना छठ रिटर्न यात्रियों की भारी भीड़ के बीच हुई, जिससे रेलवे की प्लेटफॉर्म मैनेजमेंट और अनाउंसमेंट सिस्टम पर गंभीर सवाल खड़े हो गए हैं।
भगदड़ की असल वजह: एक ही प्लेटफॉर्म, लेट अनाउंसमेंट और अफरा-तफरी
दरभंगा-दिल्ली क्लोन स्पेशल पहले प्लेटफॉर्म 7 पर लगी, लेकिन उसका अनाउंसमेंट धीमा और अस्पष्ट था। ठीक उसी समय हमसफर स्पेशल भी पीछे से आकर उसी प्लेटफॉर्म पर खड़ी हो गई। यात्री समझ नहीं पाए कि कौन सी ट्रेन पहले आई है। लाउडस्पीकर पर “ट्रेन प्लेटफॉर्म नंबर 7 पर आ रही है” बार-बार बोला जा रहा था, लेकिन ट्रेन नंबर साफ नहीं बताया गया। NTES ऐप और डिस्प्ले बोर्ड पर भी 10-15 मिनट देरी से अपडेट हुआ। परिणामस्वरूप सैकड़ों यात्री सामान उठाकर दौड़े। एक यात्री ने बताया, “सब चिल्ला रहे थे – ट्रेन जा रही है! फिर लोग एक-दूसरे पर गिरने लगे। मेरा बैग छूट गया, बच्चा रोने लगा।”
RPF और GRP ने तुरंत मोर्चा संभाला और 15 मिनट में स्थिति कंट्रोल कर ली। घायलों में सबसे ज्यादा चोट पैर और कमर में आई है। शुक्र है कि कोई गंभीर हादसा नहीं हुआ।
गोरखपुर जंक्शन की पुरानी बीमारी: सिर्फ 9 प्लेटफॉर्म, 350+ ट्रेनें रोज
गोरखपुर भारत का सबसे व्यस्त रेलवे जंक्शन है। रोजाना 300 से 350 ट्रेनें गुजरती हैं, लेकिन प्लेटफॉर्म सिर्फ 9 हैं। त्योहारों में स्पेशल ट्रेनों की संख्या 50 से 70 तक बढ़ जाती है। प्लेटफॉर्म 7 और 8 सबसे ज्यादा भीड़भाड़ वाले हैं। पिछले साल भी छठ के दौरान प्लेटफॉर्म 9 पर भगदड़ हुई थी। रेलवे ने डिजिटल बोर्ड, अतिरिक्त अनाउंसर और CCTV बढ़ाने का वादा किया था, लेकिन जमीनी हकीकत अभी भी वही है।
रेलवे का त्वरित एक्शन: जांच कमेटी गठित, अनाउंसमेंट सिस्टम होगा अपग्रेड
घटना के तुरंत बाद डीआरएम पंकज कुमार सिंह ने 3 सदस्यीय हाई-लेवल जांच कमेटी बना दी है।
कमेटी 7 दिन में रिपोर्ट सौंपेगी। साथ ही तत्काल कदम उठाए गए हैं:
- सभी प्लेटफॉर्म पर अतिरिक्त RPF-GRP तैनात
- अनाउंसमेंट में ट्रेन नंबर और गंतव्य स्पष्ट बोलने के निर्देश
- NTES ऐप और डिस्प्ले बोर्ड को रियल-टाइम अपडेट करने का सिस्टम सख्त
- छठ रिटर्न के लिए 50 अतिरिक्त स्पेशल ट्रेनों में क्राउड मैनेजमेंट प्लान लागू
CPRO पंकज सिंह ने कहा, “हम यात्रियों से माफी मांगते हैं। आने वाले दिनों में ऐसी घटना दोबारा न हो
, इसके लिए हर जरूरी कदम उठाया जा रहा है।”
यात्रियों के लिए जरूरी सलाह: भगदड़ से बचें, ये 5 टिप्स हमेशा याद रखें
- ट्रेन आने से 30-40 मिनट पहले प्लेटफॉर्म पर पहुंचें
- NTES ऐप, ConfirmTkt या 139 डायल करके रियल-टाइम प्लेटफॉर्म नंबर चेक करें
- अनाउंसमेंट में ट्रेन नंबर और गंतव्य जरूर सुनें
- बच्चों-बुजुर्गों का हाथ थामकर रखें, भारी सामान कुली से उठवाएं
- फुट ओवरब्रिज पर धीरे चलें, धक्का-मुक्की से बचें









