हथेलियों पर सजी मोहब्बत की मेहंदी

1.उंगलियों से शुरू हो फूलों की कहानी

हर रेखा में छुपी हो एक नई निशानी।

2.पैसली की बेलें जब हाथों को छू जाएं

तो हर नजर वहीं ठहर जाए

3.मंडला की गोलाई में सजी हो सादगी

जैसे चाँद की रात में हो थोड़ी सी शरारत भी

4.जालीदार नक्शों से रचती है बात

जैसे चुपचाप कह दे कोई दिल की बात

5.मोर के पंखों की नमी ले आए बहार

हाथों में खिल उठे हर एक त्योहार

6.उंगलियों पर पत्तों का नर्म सा स्पर्श

जैसे हवा का कोई मीठा सा रहस्य

7.जब दोनों हथेलियाँ मिलाएं साथ

तो बन जाए एक मुकम्मल बात

8.अरबी डिज़ाइन की शानो-शौकत खास

दिल में उतर जाए उसका हर अंदाज़

9.हल्के बैंड्स और गहरी रेखाओं का मेल

सादगी में भी हो सौंदर्य का खेल

10.दुल्हन की हथेली सी सजी ये चित्रकारी

हर लहर में हो प्रेम की जिम्मेदारी