यह श्वास नियंत्रित करने की एक तकनीक है, जो मानसिक शांति और ऊर्जा प्रदान करती है। इसे करने से शरीर की सफाई होती है और शरीर में ताजगी आती है।

यह शरीर के हर हिस्से को सक्रिय करता है। इसमें 12 आसन होते हैं, जो आपकी मांसपेशियों को खींचते और मजबूत करते हैं,

यह आसन शरीर की गति और संतुलन को बेहतर करता है। साथ ही यह पैरों, हाथों और रीढ़ की हड्डी को मजबूत करता है।

यह आसन मानसिक शांति और संतुलन को बढ़ाता है। यह पैरों की मांसपेशियों और कमर को भी मजबूत करता है।

यह पीठ और पेट को मजबूत करता है, साथ ही रीढ़ की हड्डी में लचीलापन लाता है। यह शरीर के ऊपरी हिस्से को खींचता है

यह विश्राम और ध्यान के लिए एक बेहतरीन आसन है। इस आसन में आप आराम से लेट कर अपने शरीर को पूरी तरह से रिलैक्स कर सकते हैं,

यह प्राणायाम श्वास की नलिकाओं को शुद्ध करता है, शरीर में ऊर्जा का प्रवाह सुधारता है और तनाव को दूर करता है।

प्राणायाम से शरीर में ऑक्सीजन का संचार बढ़ता है और मानसिक शांति मिलती है। इसे 5-10 मिनट तक करें। दीपक की तरह सांस लें और छोड़ें।

यह आसन शरीर की समग्र शक्ति को बढ़ाता है और रीढ़ की हड्डी को मजबूत करता है।  इसे 1-2 मिनट तक करें और शरीर को खींचते हुए खड़े रहें।

यह आसन रीढ़ की हड्डी को लचीला बनाता है और पेट के अंगों को मजबूत करता है। इसे 5-10 बार करें।