आपकी काजू कतली में काजू है या आलू, 2 सेकंड में करें जांच, नकली काजू कतली से कैंसर का भी खतरा
आपकी काजू कतली में काजू है या आलू, 2 सेकंड में करें जांच, नकली काजू कतली से कैंसर का भी खतरा
काजू कतली में मिलावट की जाती है। यह आपकी सेहत के लिए बहुत नुकसानदायक हो सकते हैं।
काजू कतली में कुछ टेस्ट की मदद से पता कर सकते हैं कि इसके अंदर काजू है
या नहीं। क्योंकि नकली काजू कतली खाने से कैंसर जैसी खतरनाक बीमारी का खतरा बढ़ सकता है।
त्योहारों पर काजू कतली का लेनदेन काफी चलता है।
कोई इसे लेने से भी मना नहीं करता, क्योंकि इसका स्वाद सभी को पसंद आता है।
ऊपर से इसमें काजू की मौजूदगी इस मिठाई को थोड़ा हेल्दी बनाती है।
लेकिन आप जो काजू कतली खा रहे हैं, उसमें काजू है भी या नहीं? इसके बारे में कैसे पता करें।
मार्केट में नकली काजू कतली भी बिकती है। यह मिठाई महंगी होती है,
इसलिए लोग इसमें मिलावट करते हैं। यह न आपके पैसे की बर्बादी है
बल्कि सेहत को भी नुकसान पहुंच सकता है।
नकली या मिलावटी काजू कतली खाने से आपका पेट बुरी तरह खराब हो सकता है
और कैंसर का खतरा भी बना रहता है।नकली काजू कतली कैसे बनती है?
काजू कतली का मुनाफा बढ़ाने के लिए इसमें काजू की जगह दूसरे सस्ते पदार्थ मिलाए जाते हैं।
कई बार इसके अंदर हानिकारक आर्टिफिशियल रंग भी हो सकता है।
कई स्टडी में इस रंग को एक्सपर्ट कैंसर का कारण मानते हैं।
इसके अलावा, काजू कतली में मूंगफली, कसे आलू और नकली मावा का इस्तेमाल किया जाता है।
आपकी काजू कतली में काजू है या आलू, 2 सेकंड में करें जांच, नकली काजू कतली से कैंसर का भी खतरा
असली काजू कतली का रंग क्रीम से लेकर हल्का सफेद हो सकता है।
ज्यादा पीली या सफेद चमकीली नकली हो सकती है।असली मिठाई मुलायम होती है
और मोड़ने पर टूट जाती है। अत्यधिक कठोर या रबर जैसी खिंचने वाली बासी व मिलावटी हो सकती है।
काजू कतली खाने पर काजू का स्वाद आता है,
जबकि मिलावटी का सेवन करने पर मूंगफली, आलू या अजीब केमिकल जैसा स्वाद आ सकता है।
काजू कतली का टुकड़ा उंगलियों पर रगड़ने पर काजू का हल्का स्वाद देगा,
जबकि नकली से ऐसा नहीं होता।काजू कतली का टुकड़ा पानी में घोलकर देखें।
असली मिठाई जल्दी घुल जाएगी और नकली देर से घुलेगी और पदार्थ दिखाई देने लगेंगे।
कई बार काजू कतली बनाने के लिए आलू मिलाए जाते हैं।
इसे पकड़ने के लिए एक काजू कतली का पानी में घोल बनाएं।
अब इसमें कुछ बूंद आयोडीन टिंक्चर डालें।
अगर इसमें आलू होगा तो यह मिक्सचर नीले-काले रंग का हो जाएगा।